mohabbat shayari in hindi
mohabbat shayari in hindi
किस-किस को तू खुदा बनाएगी !!
किस-किस की तू हसरतें मिटाएगी !!
कितने ही परदे डाल ले गुनाहों पे !!
बेवफा तू बेवफा ही नजर आएगी !!
मेरे कलम से लफ्ज़ खो गए शायद !!
आज वो भी बेवफा हो गाए शायद !!
जब नींद खुली तो पलकों में पानी था !!
मेरे ख्वाब मुझपे रो गाए शायद !!
ये मोहब्बत के हादसे अक्सर !!
दिलों को तोड़ देते हैं !!
तुम मंजिल की बात करते हो !!
लोग राहों में ही साथ छोड़ देते हैं !!
छोड़ गए हमको वो अकेले ही राहों में !!
चल दिए रहने वो औरों की पनाहों में !!
शायद मेरी चाहत उन्हें रास नहीं आई !!
तभी तो सिमट गए वो गैर की बाहों में !!
ये बेवफा, वफा की कीमत क्या जाने !!
ये बेवफा गम-ए-मोहब्बत क्या जाने !!
जिन्हे मिलता है हर मोड पर नया हमसफर !!
वो भला प्यार की कीमत क्या जाने !!
क्यों जिंदगी इस तरह तुम दूर हो गए !!
क्या बात है,जो इस तरह मगरूर हो गए !!
हम तरसते रहे तुम्हारा प्यार पाने को !!
बेवफा बनकर तुम तो मशहूर हो गए !!
नफरत को मोहब्बत की आँखों में देखा !!
बेरुखी को उनकी अदाओं में देखा !!
आँखें नम हुईं और मैं रो पड़ा !!
जब अपने को गैरों की बाहों में देखा !!
मुझे उसके आँचल का आशियाना न मिला !!
उसकी ज़ुल्फ़ों की छाँव का ठिकाना न मिला !!
कह दिया उसने मुझको ही बेवफा !!
मुझे छोड़ने के लिए कोई बहाना न मिला !!
जल-जल के दिल मेरा जलन से जल रहा !!
एक अश्क मेरे आँख में मुद्दत से पल रहा !!
जिसका मैं कर रहा हूँ घुट-घुट के इंतजार !!
वो बेवफा ना आई मेरा दम निकल रहा !!
मैंने कुछ इस तरह से खुद को संभाला है !!
तुझे भुलाने को दुनिया का भरम पाला है !!
अब किसी से मुहब्बत मैं नहीं कर पाता !!
इसी सांचे में एक बेवफा ने मुझे ढाला है !!